अजितनाथ : द्वितीय तीर्थंकर

अजितनाथ जैन धर्म के २४ तीर्थकरो में से वर्तमान अवसर्पिणी काल के द्वितीय तीर्थंकर है।अजितनाथ का जन्म अयोध्या के राजपरिवार में माघ के शुक्ल पक्ष की अष्टमी में हुआ था। इनके पिता का नाम जितशत्रु और माता का नाम विजया था। अजितनाथ का चिह्न हाथी था।
जैन ग्रन्थों के अनुसार द्वितीय तीर्थंकर, अजितनाथ का जन्म प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ के जन्म के बाद 50 लाख करोड़ रूपए सागरोपम और 12 लाख पूर्व बीत जाने के बाद हुआ था। उनकी ऊंचाई 450 धनुष थी। उन्होंने 18 लाख पूर्व युवा अवस्था (कुमारकाल) में व्यतीत किए। उन्होंने अपने राज्य पर 53 लाख पूर्व और १ पूर्वांग तक शासन किया (राज्यकाल)। उन्होंने १ पूर्वांग कम १ लाख पूर्व काल संयम साधना में व्यतीत किया (संयमकाल)। भगवान अजिताथ की कुल आयु 72 लाख पूर्व की थी। के राजपरिवार में माघ के शुक्ल पक्ष की अष्टमी में हुआ था। इनके पिता का नाम जितशत्रु और माता का नाम विजया था। अजितनाथ का चिह्न हाथी था।
जैन ग्रन्थों के अनुसार द्वितीय तीर्थंकर, अजितनाथ का जन्म प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ के जन्म के बाद 50 लाख करोड़ रूपए सागरोपम और 12 लाख पूर्व बीत जाने के बाद हुआ था। उनकी ऊंचाई 450 धनुष थी। उन्होंने 18 लाख पूर्व युवा अवस्था (कुमारकाल) में व्यतीत किए। उन्होंने अपने राज्य पर 53 लाख पूर्व और १ पूर्वांग तक शासन किया (राज्यकाल)। उन्होंने १ पूर्वांग कम १ लाख पूर्व काल संयम साधना में व्यतीत किया (संयमकाल)। भगवान अजिताथ की कुल आयु 72 लाख पूर्व की थी।

  
अजितनाथ
द्वितीय तीर्थंकर
अजितनाथ.jpg
अजितनाथ जी की प्रतिमा
विवरण
अन्य नामअजीतनाथ
पूर्व तीर्थंकरऋषभदेव
अगले तीर्थंकरसम्भवनाथ
गृहस्थ जीवन
वंशइक्ष्वाकु
पिताराजा जितशत्रु
माताविजयादेवी
पंच कल्याणक
जन्म५ × १०२२३ वर्ष पूर्व (माघ शु० १०)
मोक्षचैत्र शु ५
मोक्ष स्थानसम्मेद शिखरजी
लक्षण
रंगस्वर्ण
चिन्हहाथी
ऊंचाई४५० धनुष (१३५० मीटर)
आयु७२,००,००० पूर्व (५०८.०३२ × १०१८वर्ष)
शासक देव
यक्षमहायक्ष
यक्षिणीअजितबाला
गणधर
प्रथम गणधरचक्रयुध स्वामी

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